
चिलचिलाती धूप, जीना मुहाल
गर्मी परवान पर है। चिलचिलाती धूप ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। ऐसे में सन स्ट्रोक तथा कम और गंदे पानी की सप्लाई के कारण लोग कई जनजनित बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। हालात ये है कि बीमार लोगों की अस्पताल में भीड़ लगी रहती है।
कहते हैं चलती का नाम ही जिन्दगी है। चाहे कितनी भी गर्मी पड़े, आग ही क्यों न बरसे। लेकिन परिवार का पेट पालने की खातिर काम तो करना ही पड़ेगा। ये हैं वेा मेहनतकश जो हमेशा की तरह निकल पड़े हैं दो जून की रोटी की जुगाड़ में। ये अलग बात है कि कभी- कभी ये मेहनत जानलेवा भी साबित होती है। यकीन नहीें होता तो इस मेहनतकश की ही बात सुन लीजिये।
इस गर्मी में इतनी मेहनत कभी- कभी जान का जंजाल बन जाती है। लेकिन इंसान ही एक ऐसा जीव है जो हर समस्या से समझौता कर लेता है।
लेकिन शरीर आखिर कब तक साथ दे। तेजी से भागती जिन्दगी के पहियों पर तब ब्रेक लग जाता है जब ये सूरज की तपिश अस्पताल के बेड पर लाकर पटक देती है। ये देखिये अस्पताल में अपनी बारी का इंतजार कर रहे ये वैसे लोग हैं जिसमें से अधिकतर गर्मी और जलजनित बीमारियों के शिकार हैं। डाॅक्टर भी कुछ ऐसा ही मानते हैं और गर्मी से बचने की सलाह देते हैं।
भीषण गर्मी से बचने के लिये लोग तरह-तरह के उपाय कर रहे हैं। अब तो बस मौसम के बदलने का इंतजार हैं।
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