बारिस के लिए गया में यज्ञ और कलष यात्रा
गया में इन दिनों प्रचंड गर्मी पड़ रही है....चारो ओर हाहाकार मचा हुआ है.....सूर्य की तपती गर्मी से लोगों का जीना मुहाल हो गया है...पीने के पानी के लिए कहीं लोग तड़प रहे हैं, तो कहीं पानी के बिना जमीन का हलक भी सुख रहा है....ऐसे में अब लोगों को उपरवाले का हीं सहारा है....पानी के लिए गया के लोग हवन और यज्ञ करने में लगे हुए हैं......चिलचिलाती धूप में जो घर से कभी बाहर नहीं निकलती हैं। वहां गया के रसूलपुर की औरत और लडकियां सड़कों पर इंद्र देवता को मनाने के लिए कलश यात्रा लेकर निकल पड़ी हैं। इनको इसका तनिक भी मलाल नहीं है कि इनके पांव में छाले भी पड़े हैं। इन्हें तो बस बारिस हो जाए इसकी पड़ी है। सड़कों पर गाजे बाजे हाथी-घोड़ों के साथ निकला कारवां में चल रहे सभी लोगों को पूरा विश्वास है कि भगवान इन्द्र इनकी जरूर सुनेंगे। गया में इन्द्र भगवान का पारा 44.45 डिग्री तक पहुंच गया है.....गर्मी के चलते लोग घर से नहीं निकल रहे हैं.....वैसे में इंद्र भगवान को रिझाने के लिए गया के धरम सभा भवन में यज्ञ किया जा रहा है। एक अटल विश्वास के साथ यज्ञ में बहुत लोग जुटे हैं। कहते हैं जब इंसान खुद से हार जाता है तो उसे भगवान का सहारा हीं नजर आता है। लोग गर्मी और पानी के बिना इतना बेहाल है कि इंद्र भगवान को मनाने के लिए जो समझ में आता है, उपाय करने से बाज नहीं आ रहे हैं।
गया में इन दिनों प्रचंड गर्मी पड़ रही है....चारो ओर हाहाकार मचा हुआ है.....सूर्य की तपती गर्मी से लोगों का जीना मुहाल हो गया है...पीने के पानी के लिए कहीं लोग तड़प रहे हैं, तो कहीं पानी के बिना जमीन का हलक भी सुख रहा है....ऐसे में अब लोगों को उपरवाले का हीं सहारा है....पानी के लिए गया के लोग हवन और यज्ञ करने में लगे हुए हैं......चिलचिलाती धूप में जो घर से कभी बाहर नहीं निकलती हैं। वहां गया के रसूलपुर की औरत और लडकियां सड़कों पर इंद्र देवता को मनाने के लिए कलश यात्रा लेकर निकल पड़ी हैं। इनको इसका तनिक भी मलाल नहीं है कि इनके पांव में छाले भी पड़े हैं। इन्हें तो बस बारिस हो जाए इसकी पड़ी है। सड़कों पर गाजे बाजे हाथी-घोड़ों के साथ निकला कारवां में चल रहे सभी लोगों को पूरा विश्वास है कि भगवान इन्द्र इनकी जरूर सुनेंगे। गया में इन्द्र भगवान का पारा 44.45 डिग्री तक पहुंच गया है.....गर्मी के चलते लोग घर से नहीं निकल रहे हैं.....वैसे में इंद्र भगवान को रिझाने के लिए गया के धरम सभा भवन में यज्ञ किया जा रहा है। एक अटल विश्वास के साथ यज्ञ में बहुत लोग जुटे हैं। कहते हैं जब इंसान खुद से हार जाता है तो उसे भगवान का सहारा हीं नजर आता है। लोग गर्मी और पानी के बिना इतना बेहाल है कि इंद्र भगवान को मनाने के लिए जो समझ में आता है, उपाय करने से बाज नहीं आ रहे हैं।
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