अधिसूचना जारी, राजनीतिक सरगर्मी तेज
निकाय कोटे से भरी जाने वाली विधान परिषद की 24 सीटों के लिए अधिसूचना जारी हो गयी है । बिहार की वर्तमान सरकार की पहल से इस चुनाव के दलीय आधार पर लड़े जाने की संभावना प्रबल हो गयी है। लोकसभा चुनाव के बाद एक बार फिर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गयी है बिहार में। सभी राजनीतिक दलों में सीटों के बंटवारे को लेकर वार्ता का दौर जारी है।
75 सदस्यीय परिषद में 16 जुलाई को निकाय कोटे से भरी जाने वाली परिषद की 24 सीटें खाली हो रही है। इस चुनाव के लिए आयोग द्वारा आज अधिसूचना जारी कर दी गयी है। राज्य निर्वाचन आयोग भी इस चुनाव को लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली है।
निकाय कोटे से भरी जाने वाली परिषद की 24 सीटें अस्सी के दशक से रिक्त थी। अदालत के दबाब पर 2003 में विधान परिषद की इन सीटों के लिए चुनाव हुए। लेकिन ये चुनाव दलीय आधार पर नहीं लड़े गए थे। उस वक्त बिहार में राजद की सरकार थी और सरकार की मंशा नही थी कि चुनाव दलीय आधार पर हों। इस बार बिहार में एनडीए की सरकार है और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की इच्छा है कि चुनाव दलीय आधार पर लड़े जांए।
दलीय आधार पर चुनाव लड़ने की बात आते ही सभी दलों में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गयी है। गठबंधन दलों के बीच वार्ताओं का दौर हो गया है शुरु। राजग गठबंधन में भी कौन कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगा इसके लिए भाजपा और जदयू में वार्ता जारी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथेसाथ भाजपा नेता भी आश्वस्त हैं कि समझौता सही समय पर हो जाएगा।
सरकार के दलीय आधार पर इस चुनाव को लड़ने की मंशा पर विपक्ष को भी कोई एतराज नहीं है।
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