अचानक बढ़ गए अपराध
बयान बहादुर नीतीश
लोकसभा चुनाव के बाद बिहार में अचानक बढ़ गए अपराध । लोगों की नींद हो गयी हराम। आम जन अपने आप को असुरक्षित महसूस करने लगे। आमजन पूछने लगे कहां है कानून का राज? क्यों सोयी पड़ी है सुशासन बाबू की सरकार? लेकिन सरकार है कि मानती नहीं।
लोकसभा चुनाव के बाद अपराध की घटनाएं इस कदर घटी कि सारे दावे फेल हो गए सुशासन बाबू की। अपराधियों के हौसले फिर से हो गए बुलंद। लेकिन इन्हें देखिए ये हैं सुशासन बाबू जो मानने को तैयार ही नहीं। ये कहते हैं अपराध काबू में है। बिहार में कानून का राज है। छोटे-मोटे अपराध तो होते ही रहते हैं। ऐसे नहीं चलता नीतीश जी। जनता इसलिए नहीं बिठाया आपको गद्दी पर। जनता सब जानती है, उतारने में भी देर नहीं करेगी। हम आपको सुनाते है सुशासन बाबू क्या कहते हैं।
नीतीश जी विपक्ष तो मुद्दा खोजती है और उन्हें बैठे बिठाए मिल गया है मुद्दा। संभल जाइए नहीं तो विपक्ष जीना हराम कर देगी। राजद तो अब सरकार पर वार करना भी शुरु कर दिया। विपक्ष मांगने लगा है जबाब नीतीश कुमार से।
तो देखा आपने सुशासन बाबू की नजर में ये अपराध है ही नहीं। ऐसे अपराध तो विदेशों में भी होते हैं। अगर यही हाल रहा नीतीश जी तो इसका खामियाजा आपको भुगतना पड़ सकता है अगले चुनाव में।
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