प्रिंसिपल की हैवानियत
वैसे तो उसका काम बच्चों की जिंदगी संवारना था पर वह अपने स्वार्थ में पार कर बैठा हैवानियत की हद। हाजीपुर के एक प्राइवेट स्कूल के छात्र ने जब प्र्रिंसिपल का निजी काम करने से मना कर दिया तो उसने पहले तो उस बच्चे की बेरहमी से पिटाई की, फिर खौलते पानी में दोनों हाथ डुबा दिया।
फफोले पड़े अपने हाथों को दिखाता ये 13 साल का अक्षय है। अक्षय की यह हालत उसके स्कूल के प्रिंसिपल बैद्यनाथ महतो ने की है। हाजीपुर मिषन स्कूल के प्रिंसपल ने अक्षय को पढ़ाने की वजाए काम करने को कहा। जब उसने इसमें देर की तो वह गुस्से से आग- बबूला हो गया। पहले तो उसने अक्षय को टेलीफोन के तार से बांधकर जमकर पीटा फिर उसके दोनो हाथ खौलते पानी में डाल दिए।
अक्षय के पिता दलित समुदाय से आते हैं। उन्होने तिनका- तिनका जोड़, बड़े अरमान से अक्षय का नाम इस स्कूल में लिखवाया था। उन्हें क्या पता था कि स्कूल में उनके बेटे के साथ ऐसा सलूक किया जाएगा। अब उन्होंने मानवाधिकार आयोग के पास न्याय की गुहर लगाई है।
घटना के बाद से इस स्कूल का प्रिंसिपल फरार है। उधर जब हमने इस घटना के संबंध में हाजीपुर पुलिस से बात की तो उसने जांच कारने की बात कही।
समाज में षिक्षकों को आदर और सम्मान की नजरों से देखा जाता है। बैधनाथ पाण्डेय जैसे लोगों के कारण इस पेषें की प्रतिष्ठा तो गिर ही रही है। लोगों का भरोसा भी प्राइवेट स्कूलों से उठ रहा है।
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