सामूहिक पहल
झारखंड की उन महिलाओं कि जिनके मजबूत जज्बों की बदोलत बंजर बने एक गांव की भूमि लहलहा रही है ।फेथ फार्मिग नाम देकर बंजर जमीन को उपजाउ बना खेती कर रहीं हैं खूटी के कुंजला गांव की महिलाएं।
कुंजला गांव की पत्थ्रीली भूमि पर लहलहाते इन पौधों को देखिए। कल तक यहां बस जंगली घास उगती थी। गांव के लोगों को खाने
का अनाज बाहर से लाना पड़ता था पर कुछ महिलाओं के प्रयास से
बंजर जमीन पर अब हारा सोना उग रहा है। इन महिलाओं ने पहले तो यहां कई कुएं खोदे। साथ ही पास के पोलोल डेम से पानी
लाने का रास्ता बनाया। इसके बाद जमीन की जुताई कर आधुनिक ढंग से उसपर की जाने लगी खेती।
महिलाओं ने बंजर भूमि पर की जा रही इस खेती को नाम दिया है फेथ फार्मिग यानि विष्वास की खेती। दरअसल इस प्रयास के पीछे इस गांव की पुनम होरो ने सबसे पहले पहल की। पुनम मुंबई में काम करती थी। जब वह अपने गांव कुंजल आयी तो यहां की दषा देख गांव में ही रहने का मन बनाया। कुछ महिलाओं को
साथ लेकर पुनम ने यह पहल प्रारंभ की। इनलोगों ने खेतों के बीच में एक मंदिर बना रखा है जिसमें खेतों पर जाने से पहने प्रार्थना की जाती है। पुनम कहती है कि विष्वास से कुछ भी संभव है।
बंजर धरती को हरा -भरा बनाकर ये महिलाएं अपनी तकदीर तो बदली है साथ ही इनकी इस मेहनत से दूसरो को भी मिल रहा है कुछ कर गुजरने की प्रेरणा।
No comments:
Post a Comment