उम्र से बड़ा कारनामा
छोटा बच्चा जान के हमको ना समझाना रे...जी हां अब बात एक ऐसे ही छोटे से बच्चे की जिसने कर दिखाया है अपनी उम्र से बड़ा कारनामा।
कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता। एक पत्थर तबियत से तो उछालो यारों। जी हां सच्ची लगन और कड़ी मेहनत के बल पर 15 वर्षीय छात्र शिवेन्दु माधव ने वेबसाइट कोजली डाॅट काॅम बना कर पत्थर पर सुराख की कहावत को सच कर दिखाया है।
नन्हीं सी उम्र में वेबसाइट बनाने का हैरत अंगेज कारनामा करने के बाद यह पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है। चारांे तरफ लोग माधव की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं।
इस अविष्कार से माधव और उसका परिवार दोनों ही बेहद उत्साहित है। माधव ने इस अविष्कार को अपने तीन महीने के लगन और मेहनत का नतीजा बता रहे हैं। उनकी मेहनत अब रंग लाते दिख रही है। इस अविष्कार से माधव का कांफिडेंस और बढ़ गया है। वो अब आॅपरेटिंग सिस्टम विकसित करने के कार्य में लगने की तैयारी में हैं। उसने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने पिता डाॅ वीरेन्दª मणी के मार्गदर्शन को दिया । तो दूसरी ओर अपने बच्चे की सफलता से डाॅ त्रिपाठी फूले नहीं समा रहे हैं।
कहते हैं होनहार बीरवान के होत चिकने पात। छोटी सी उम्र में वेबसाइट बनाने जैसे बड़े कारनामे कर के माधव ने ये साबित कर दिखाया है कि अगर दिल में कुछ करने की चाहत हो तो उम्र कोई मायने नहीं रखता।
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