सुभाष घई की पेंग गेस्ट
मनोरंजन का सौलिड डोज सुभाष घई की पेंग गेस्ट कें रूप में। एक बार फिर दर्शकों के सामने आ रही है पेइंग गेस्ट। हालाकि पुराने पेइंग गेस्ट में नूतन और देवानंद की जोड़ी और छोड़ दो आंचल जमाना क्या कहेगा आज भी लोगों के दिलों में जिंदा है। ऐसे में सुभाष घई की नई पेइ्रंग गेस्ट लोगों के लिए क्या नया लेकर आई है। जानने के लिए देखिए हमारी खास रिपोर्ट।
पेइंग गेस्ट की स्टोरी लाइन बिल्कुल उसके नाम के तरह हीं है। जहां चार दोस्त यानि श्रेयस तलपड़े, जावेद जाफरी, आशीष चैधरी और हैदर कुमार घर की तलाश में घुमते हैं क्योंकि बैंकाॅक में पेइंग गेस्ट बनना इतना आसान जो नहीं था। फिर क्या था घर की तलाश में पहुंचे ये चारो एक ऐसे घर में पेइंग गेस्ट बनते हैं जहां रहने के लिए उन्हें बदलनी परती है अपनी पहचान।
जी हां इन चारो दोस्तों में से दो को निभाना पड़ता है अपने दो दोस्तों की वाइफ का किरदार। क्योंकि पेइंग बनने के लिए जोड़ियों में होना प्राइम रिक्वायरमेंट जो था। सो बन गए ये कपल्स। कुछ इस तरह कि उनकी अपनी गर्लफ्रेंड से मिलना और उन्हें मैनेज करना उन्हें भारी पड़ने लगा । कुछ ऐसे हीं जैसे भारी पड़ा था जाॅन और अभिषेक को पेइंग गेस्ट बनने के लिए गे बनना।
हालाकि फिल्म में हीरो का लड़की के किरदार में होना कोई नई बात तो नहीं है। क्योंकि हीरों हिरोइन का रूप धरने का इतिहास बहुत पुराना है जहां हीरो अपने इस रूप को बखूब हीं इंजाॅय करते नजर आते हैं लेकिन इससे इंडस्ट्री की हिरोइनों की चिंता जरूर बढ़ गई है। क्योंकि जिन हीरोज को हीरो बनकर फिल्में नहीं मिल पाती वो अब नए फैशन के तहत हिरोइन बनकर भी फिल्में कर सकते हैं।
बहरहाल सुभाष घई के बैनर तले बनी फिल्म पेइंग गेस्ट में घई साहब ने भी बाॅलीवुड की रीत निभाते हुए कुछ आॅफबीट करने की कोशिश की है। या फिर यूं कहें कि वो अपनी पिछली फिल्में यादें और किसना के बूरी तरह पिटने की वजह से ऐसा कर रहे हैं।
No comments:
Post a Comment