कराह रही मानवता
एक ऐसी घटना जिसे देखकर आपकी रूह कांप उठेगी। आंखों पर भरोसा नहीं होगा। नफरत हो जाएगी इंसानी करतूत से। जी हां ! इंसानियत को षर्मसार करने वाली यह घटना है नालंदा मेडिकल काॅलेज की, जहां नाले में फंेके गए एक नवजात बच्चे को दिन भर कुत्ते नोच -नोच कर खाते रहे और अस्पताल प्रषासन तमाषबीन बना रहा। इंसानियत को झकझोरती
नालंदा मेडिकल काॅलेज में यह भीड़ तार- तार होती इंसानियत का तमाषा देख रही है, पर मानवता का फर्ज निभाने की जरूरत किसी को महसूस नहीं हो रही। इस मेडिकल कालेज के नाले में किसी मां ने अपने नवजात बच्चे को फेंक दिया। नाले में फंेकने से उसकी मौत हो गई। हद तो ये कि दिन चढ़ने पर कुत्तों की नजर नाले में पड़े इस नवजात की लाष पर पड़ गई। फिर कुत्ते और चील इसे नोच-नेाच कर निवाला बनाते रहे।
रूह कपां देने वाली यह घटना सोमवार भरदिन चलती रही, पर अस्पताल प्रषासन ने कुत्तों को वहां से भगाना तक जरूरी नहीं समझा। बाद में कुछ लोगों ने पुलिस को सूचना दी पर पुलिस काफी लेट आयी और आने के बाद अस्पताल प्रषासन पर दवाब बनाते हुए लाष को कुड़े के ढ़ेर में फंेकवा दिया। उधर इस बारे में अस्पताल प्रषासन का कहना है कि वह इसके लिए दोषी नहीं, यह पुलिस की जिम्मेवारी है।
यह घटना यह बताने के लिए काफी है कि आधुनिकता के रंग में रंग रहे लोगों के भीतर अब भावनाएं और संवेदनाएं इस कदर ठंढी हो चुकी हैं कि उसे कोई भी ताप नहीं पिघला पाता।
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