इंडस्ट्री बंद होने की कगार पर
विकास की ढ़ेरों बातें की जाती है। जाहिर है ये विकास बिना उद्योग-धंधों के नहीं हो सकता। लेकिन बिहार में बिजली की जो हालत है उससे यहां चल रहे उद्योगों पर इसका खासा प्रभााव देखने को मिल रहा है। यही कारण है कि आज ये इंडस्ट्री बंद होने की कगार पर हंै। बंद पड़ी मषीन और काम से गायब कामगार। जी हां ये हालत है राजधानी पटना के पाटलिपुत्रा इंडस्ट्रियल एरिया का। जहां बिजली की कमी कमी के चलते आज काम बंद पड़ा है। राज्य के विकास की पहचान बना ये केंद्र आज बिजली की कमी कंे चलते आराम फरमा रहा है। बिजली की कमी से जूझ रहे राज्य में उद्योगों की कमोवेष स्थिति यही है।
ऐसा नहीं है कि ये हाल केवल राज्य में चल रहे उद्योगों का ही है। बिजली की कमी के चलते राजधानी के होटल व्यवसाय पर भी इसका असर पड़ा है। हाल ये है कि बिजली की
आंख मिचैनी के चलते होटलों के जयादातर कमरे खाली ही रहते हैं। किसी भी राज्य का विकास बिजली के बगैर संभव नहीं है। लेकिन फिलहाल राज्य में बिजली की जो हालत है उसे देखकर ये साफ लगता है कि राज्य में कारोबार ठप्प होने की कगाार पर है। जरूरत है बिजली व्यवस्था में सुधार करने की जिससे राज्य के विकायस के साथ साथ लोगों की जिंदगी भी सही ढ़ंग से चल सके।
No comments:
Post a Comment