लश्करे तैयबा का आतंकी मधुबनी का
अब बात मधुबनी की माटी को षर्मसार करने वाली एक खबर की । मधुबनी का बासोपट्टी एक बार फिर से चर्चा में है। दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को कुतुब मीनार के पास से मोहम्मद उमर मदनी नाम के एक आतंकवादी को गिरफ्तार किया। लश्करे तैयबा से जुड़े इस आतंकी का मूल गांव बासोपट्टी का बनकटवा है। और इस कारण यह गांव एक बार फिर से चर्चा में है।
मधुबनी जिले का बासोपट्टी । कभी अपनी सांस्कृतिक विरासतों के लिए जाने जाने वाला इलाका आज आतंकियों के कारण चर्चा में है। मुम्बई बम विस्फोट के मुख्य आरोपी कमाल अंसारी का घर भी इसी इलाके में था। और अब दिल्ली में पकड़ाये लश्करे तैयवा के आतंकी मोहम्मद उमर मदनी का तार इसी इलाके से जुड़ा हुआ है। मदनी का जन्म इसी इलाके में बनकटवा गांव में हुआ था। आज से अठारह साल पहले उसका पूरा परिवार नेपाल जाकर बस गया। और फिर शुरू हुआ उसके आतंकी गतिविधियों का सफर। लेकिन जब तक उसका परिवार यहां पर रहा, इलाके में एक सभ्य और प्रतिष्ठित परिवार माना जाता था। यहां के लोगों को सहज में यह विश्वास नहीं हो पा रहा है कि मदनी एक अंतर्राष्ट्रीय स्तर का आतंकी बन गया है।
लेकिन यहां के लोग इस खबर को झुठला भी नहीं पा रहे हैं। इससे पहले इसके बगल के गांव से कमाल अंसारी पकड़ाया था। इस तरह की
घटनाओं ने इस इलाके को आतंकी इलाके के तौर पर प्रचारित कर रखा है। और यही कारण है कि यहां के लोगों को बाहर में कई बार शर्मिंदगी उठाना पड़ता है। इस तरह की घटना से यहां के लोग काफी आहत हैं।
इस दो बड़े आतंकियों की गिरफ्तारी के अलावे इस इलाके से कई बार जाली नोटों के कारोबारी भी धरा चुके हैं। आखिर सवाल यह है कि इस इलाके में इस तरह की घटनाएं क्यों बढ़ रही है। नेपाल के बोर्डर से सटे इस गांव में गरीबी और अशिक्षा का बोलबाला है। और अशिक्षा के कारण इस इलाके के लोग बहकावे में आकर अपराध का रास्ता चुन लेते हैं।
बार-बार बड़े आतंकी घटनाओं के तार इस इलाके से जुड़ने के बाद सरकार को इस बात पर ध्यान देना होगा कि आखिर इस इलाके में आतंकी क्यों निकल रहे हैं। अगर अभी ही इन कारणों की खोज नहीं की गयी और उसका निदान नहीं किया गया तो कहीं भविष्य में यह इलाका पूरे राष्ट्र के लिए सिरदर्द न बन जाए
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