नक्सल समर्थकों की चेतावनी
पुलिस ने नक्सलियों पर अपनी नजर टेढ़ी कर दी है। कोलकाता में नक्सलियों की रैली में भाग लेने जा रहे तकरीबन 5 हजार नक्सली समर्थकों को प्रषासन ने बंगाल-झारखंड सीमा पर रोक दिया । इससे बौखलाए नक्सली समर्थकों ने पुलिस को इसका खामियाजा भुगतने की चेतावनी भी दे डाली है।
बंगाल-झारखंड सीमा पर प्रषासन की चैकसी आज काफी रंग लाई। दरअसल कोलकाता में नक्सलियों ने रैली का ऐलान कर रखा था। जिसके मद्देनजर तकरीबन पांच हजार नक्सली समर्थकों ने झारखंड के रास्ते कोलकाता जाने की योजना बनाई। पुलिस को इस बात की भनक पहले ही लग गई थी। लिहाजा प्रषासन ने पहले से ही इस नक्सल प्रभावित इलाके में धारा-144 लागू कर दिया था। जिसके बाद भी इन समर्थकों ने सुरक्षा को भेद कर अपने नापाक मंसूबों को अंजाम देना चाहा, लेकिन प्रषासन की बनाई दुर्ग को वे भेद नहीं पाये।
बेखौफ समर्थकों को ये बात बिल्लकुल ही नागवार गुजरी। गुस्साए समर्थको ने इसे तानाषाही करार दिया और पुलिस को अंजाम भुगतने की धमकी भी दे डाली। इतना ही नही क्रोध की आग में जल रहे नक्सल समर्थकों ने झारखंड के वाहनों को बंगाल में प्रवेष नही होने देने का ऐलान भी कर दिया। जिसके बाद से पुलिस ने सुरक्षा चक्रव्यूह को और भी मजबूत कर दिया है।
बाइट, नक्सली समर्थक
ये इलाका नक्सलियों के तांडव से हमेषा ही र्थराता रहता है। इस इलाके में मौत के सौदागरों ने दो साल पहले होली के दिन जमषेदपुर के सांसद सुनील महतो को मौत के घाट उतार दिया था। देखना वाली बात ये है कि हमारी चैकन्नी पुलिस इनके चेतावनी पर कितनी खरी उतरती है।
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