ऐसे भी हैं 21 थाने
अब बात अइसन थानों की जहां रिपोर्ट ही दर्ज नहीं होती।जी हां बिहार-नेपाल सीमा पर 21 अइसन थाने हैं। इन थानों को बने ढाई दषक हो गए लेकिन अब तक इन्हें रिपोर्ट दर्ज करने का अधिकार नहीं मिला।
इ है किषनगंज का पहड़कट्टा थाना। इ थाने को 1984 में बनाया गया था।पर ढाई दषक बीत जाने के बाद भी इहां प्राथमिकी दर्ज नहीं होती है।
इसे अब तक उसका अधिकार ही नहीं मिला है। पहड़कडट्टा कोई अकेला ऐसा थाना नहीं बिहार- नेपाल सीमा पर इसके जइसन 20 थाने और है जहां रिपोर्ट दर्ज नहीं होती है।इससे आस-पास के लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
कभी केन्द्रीय गृहमंत्रालय के निर्देष पर नेपाल से सटे इलाकों में ये थाने बनाए गए थे। थानों में रिपोर्ट दर्ज करने से पहले गृह विभाग की अधिसूचना जारी की जाती है पर इन थानों को अब भी इसका इंतजार है।
फिलहाल तो नेपाल सीमा जैसे महत्वपूर्ण इलाकों मंें बने आधे- अधुरे इन थानों की हालत सुधरती नजर नहीं आ रही। सरकार को चाहिए कि इस ओर जल्दी से जल्दी ध्यान दे।
No comments:
Post a Comment