लोजपा कार्यकर्ताओ पर लाठीचार्ज
सत्ता से हटने के बाद सड़क पर आदोलन पर उतरे पूर्व केनद्रीय मंत्री रामविलास करीब आठ वर्षो के बाद सोमवार को गिरफ्तार हुए.हालांकि गिरफ्तारी के बाद उन्हें जेल जाने का मौका नहीं मिला.प्रशासन ने बीच सड़क पर उन्हें गिरफ्तार किया और सड़क पर ही उनकी रिहाई भी हो गई।लोजपा के जेल भरो आंदोलन को लेकर पुलिस पूरी तरह चौकस थी।लोजपा कार्यालय से करीब 50 मीटर की दूरी पर पटेल चौराहा के पास बैरियर बनाया गया था।
आवाजाही बंद कर दी गई थी।यहा वज्रवाहन,वाटर टैंक व बड़ी संख्या में जवानो की तैनाती की गई थी। उनके आगे आगे कार्यकताओ की कतार थी ।सरकार विरोधी नारे लगाते हुए कार्यकर्ता बैरियर के पास पहुंचे तो पुलिस ने उनलोगों को रोक दिया.पांच मीनट की जद्दोजहद के बाद कार्यकर्ता बैरियर तोड़ कर आगे निकलने में सफल हो गए।
इधर लोजपा कार्यकर्ताओ पर पुलिस द्वारा पटना में लाठीचार्ज किये जाने की राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद ने कड़ी आलोचना की ।उन्होंने कहा की राज्य सरकार तानाशाही रवैया अपना रही है।
लोजपा कार्यकर्ताओ पर लाठी चार्ज का राजद नेताओ ने विरोध करते हुए राज्यव्यापी आंदोलन खड़ा करने की घोषणा की है।प्रदेश अध्यक्ष अब्दुलबारी सिद्धकी ,प्रधान महासचिव रामकृपाल यादव और विधानसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक डा.रामचन्द्र पूर्वे ने कहा कि सरकार सभी मोरचो पर अपनी विफलता से बौखला गई है। इधर पार्टी ने इसके विरोध में राज्यव्यापी आदोलन की बात कह रही
No comments:
Post a Comment