जंगलों में जीवन
झारखंड के इन जंगलों में जीवन सालों से फल-फूल रहा है।लेकिन प्रकृति की गोद में खेलते इस जीवन को कई बार वन अधिकारियों द्वारा विस्थापित करने की कोशिश की गई है।सालों के संघर्ष के बाद अब जाकर इन बस्तियों में उम्मीद जगी है कि शायद अब इन्हें सरकार द्वारा ज़मीन के पट्टे दे दिए जाएं।
केन्द्र सरकार ने कई माह पहले ही इन आदिवासियों को ज़मीन के पट्टे देने का कानून बनाया था।लेकिन अब जाकर इसपे कार्रवाई होने जा रही है।झरखंड में सरकार ने वन अधिकार कानून के प्रचार प्रसार का निर्देश देते हुए हकदारों को वन पट्टा अविलंब देने को कहा है।
इतनी मशक्कत के बाद यहां रह रहे लोगों को इनका हक मिलने के आसार तो दिखे हैं ।लेकिन अब भी इन्हें डर है कि कहीं फॉरेस्ट अधिनियम इनकी ज़मीन और सरकार के फैसले के बीच ना आ जाए।इस अधिनियम को कितने कारगर तरीके से सरकार यथार्थ की ज़मीन पर उतारती है देखने वाली बात होगी।
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