पुलिस की हैवानियत
एक बार फिर कुछ पुलिसवाले इंसानियत की हद को पार कर गये। घटना दुमका की है, जहां एक मेंटली रिटार्डेड आदमी को पुलिसवालों ने हाथ पैर बांध कर पीटा । इस घटना के बाद चार पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया गया है।
पुलिस की हैवानियत का शिकार ये शख्स कोई अपराधी नहीं है, बल्कि थोड़ा मेंटली रिटार्डेड रामविलास है। फिर भी पुलिस इस पर अपनी मर्दानगी दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। ये आजाद हिन्दुस्तान की खौफनाक तस्वीर है।
दरअसल दुमका के दुम्मा गांव में दो पक्षों के बीच विवाद होने के बाद पुलिस रामविलास सहित आधे दर्जन लोगों को पकड़ कर थाने ले आई। रामविलास की बीमारी के बारे में पता चलने पर पुलिसवालों ने उसे अस्पताल में भर्ती करा दिया। जहां रामविलास पुलिस पर हाथ उठा दिया। जिसके बाद गुस्साये पुलिसवाले बेकबू हो गये। और फिर शुरू कर दिया दरिंदगी का घिनौना खेल।
हर चीज़ की इंतहा होती है, लेकिन इन बेशर्मों को देखकर तो लगता है कि बेरहमी की इंतहा नहीं होती । तभी तो ये लोग मेंटली रिटार्डेड एक आदमी को जानवर की तरह मार रहे हैं। देखिये किस तरह से ये लोग मिलकर एक बेबस को खामोश करने के लिए इंजेक्शन दे रहा है। इंसान का ये चेहरा देखकर आज जानवर भी खुश हो रहा होगा कि चलो हम तो भला जंगल में रहते हैं और जंगली कहलाते हैं।
कहते हैं कि दर्द का हद से गुजर जाना है दवा होना। और धीरे – धीरे दर्द के आगोश में जाता रामविलास कुछ देर के लिए खामोश हो गया....लेकिन इस सब के बीच एक सवाल छोड़ गया कि आखिर कब तक बेरहमों के हाथों इंसानियत शर्मशार होती रहेगी..........
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