अपनों ने ही बेच दिया
पटना के जक्कनपुर थाना अन्तर्गत एक ऐसा मामला सामने आया है। जिसमें रिष्तेदारों ने ही एक नाबालिग लड़की का सौदा कर दिया।
करबिगहिया की एक गली में बसा ये है एक छोटा सा गरीबी का सताया यह दलित परिवार भूख से तो पहले ही त्रस्त था। लेकिन अब इन अभागों की खामोष दर्द का कारण वह जख्म है जो इन्हें उनलोगों ने दिया है । जिनपर इन्हें हद से ज्यादा यकीन था। जी हां इनके अपने रिष्तेदारों ने ही इनकी बड़ी बेटी को चन्द रूपयों के लालच में बाजार में बेच डाला।
इस बेबस लड़की को इसके अपने ही चचेरी बहन मुन्नी देवी ने बहला फुसलाकर राजस्थान के सिघारा गांव में ले जाकर हवस के पुजारियों के बीच बेच दिया । जहां यह बुरी तरह से प्रताड़ित की गयी।
मौका पाकर पूनम उन दरिन्दों के चंगूल से भागकर घर तो लौट आयी।लेकिन इन दस महिनों के दर्द में पुलिस और कानून व्यवस्था से जुड़ी
एक निराषाजनक सच्चाई सामने आयी।
अपने कर्म के प्रति सजगता का पुलिस लाख दावा कर ले । लेकिन सच तो यही है कि असली मुजरिम अबतक इनकी पकड़ से बाहर है और रह गयी है तो बस एक अंधेरी गली के झोपड़े में समाज और कानून से मायुस यह दलित परिवार और अपने स्याह अतीत के कारण मुंह ढक कर जीने को बेबस यह लड़की।
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