पुत्र शोक में मां ने दम तोड़ा
मां-बेटे का रिश्ता अनमोल होता है। इस रिश्ते के आगे सभी रिश्ते फीके पड़ जाते हैं। जब बेटा को कोई तकलीफ होता है तो मां को एहसास हो जाता है। क्योंकि ये रिश्ता है ही ऐसा बनाया हुआ। मधेपुरा में मां को जैसे ही बेटे का मौत की खबर मिली मां ने भी दम तोड़ा। आइए देखते हैं इसपर एक रिपोर्ट
ये जो लोगों का हुजूम आप देख रहे हैं किसी शादी ब्याह के लिए नहीं है बल्कि इस घर में तो दो-दो मौत हो गयी है , सभी लोग ढांढस दे रहे हैं लाचार और बेबस बाप को, अब कौन संभालेगा इनको ,एक तो बुढ़ापे का सहारा देने वाला बेटा साथ छोड़ गया दुसरी उम्र भर साथ निभाने वाली पत्नि। कहीं कुछ सूझ ही नहीं रहा है कैसे क्या करें। मधेपुरा के आलम नगर गांव में किशोरी सिंह के पुत्र रंजीत सिंह की मौत हो गयी। जिसकी उम्र 22 साल थी , रंजीत सिंह को लिवर कैंसर हो गया था। जिसका इलाज पटना महावीर संस्थान में चल रहा था लेकिन इलाज से कुछ फायदा नहीं हुआ और कल देर रात अचानक रंजीत को मौत नें अपने आगोश में ले लिया। रंजीत के मौत की खबर जैसे ही मां को मिली वो इस सदमे को बर्दाश्त नहीं कर सकी खबर सुनते ही उन्होंने भी दम तोड़ दिया।
एक घर में दो की मौत ये क्या हुआ.....अचानक जिंदगी में कैसे मोड़ आ गए उम्मीद तो यही थी कि रंजीत ठीक हो जाएगा , इसी उम्मीद पर बाबूजी बेटे का इलाज कराने के लिए पटना महावीर कैसर संस्थान में लाए थे, लेकिन नीयती को तो कुछ और ही मंजूर था। रंजीत हमेशा के लिए सो गया......बाप किसी तरह बेटे के लाश को घर ले आए तो यहां तो कुछ और ही नजारा था, अब क्या होगा कौन संभालेगा इनको , इस घटना से पूरे गांव के लोग भी सकते में आ गए हैं ,
एक पिता के लिए दुनिया का सबसे बड़ा दुख अगर कोई है तो वो है....बाप के कंधे पर बेटे का जनाजा , उम्र भर साथ निभाने वाली पत्नि ने भी साथ छोड़ दिया अब क्या होगा कैसे कटेगी जिंदगी कौन समझाएगा इनको कुछ सूझ नहीं रहा है।
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