अब कैद में नहीं मुस्लिम महिला
आज के जमाने में जहां एक ओर पुरूष और महिला कदम से कदम मिलाकर चल रहे हैं। वहीं मुस्लिम महिला भी अपने आपको स्ववालंबी बनाने मे पीछे नहीं हट रही हैं और हटे भी क्यों जब मुख्यमंत्री ही इनका साथ दे रहे हैं। जी हां मुख्यमंत्री की ओर से इन मुस्लिम महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए एक नया मुहीम शुरू किया गया है। इस बारे में पेश है एक रिपोर्ट।
सुशासन के सरकार में महिलाओं को आगे बढ़ने का बहुत मौका मिला है और हर क्षेत्र में मुख्यमंत्री द्वारा चलायी गयी परियोजनाओं के अच्छे नतीजे भी सामने आ रहे हैं। इसी को आगे बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री और मानव संसाधन विकास मंत्री ने एक अनोखी पहल शुरू की है। जो है हुनर स्वरोजगार कार्यक्रम। यह एक वोकेशनल कोर्स है जिसमे मुस्लिम महिलाएं और लड़कियां कुल 300 घंटे की पढ़ाई कर ख्ुाद का रोजगार चला रही हैं। इस परियोजना में अबतक 13700 मुस्लिम लड़कियों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इसमे सिखाए जाने वाले कोर्सों में सिलाई-कटाई ग्रामिण तकनीक,ग्रामिण स्वास्थ्य और सौंदर्य प्रसाधन सरीखे कोर्य शामिल हैं।
जितनी भी प्रशिक्षित लड़कियां हैं उनके लिए 13 जून को लिखित परीक्षा भी होगा परीक्षा में जो भी लड़कियां सफल होंगी उनको प्रमाण दिया जाएगा उसके बाद उन प्रशिक्षित लड़कियों के लिए रोजगार के दरवाजे फटाफट खुल जाएंगे। मुख्यमंत्री के इस मुहिम से मुस्लिम महिलाएं बहुत खुश हैं। एक तरफ जहां ये अपना पूरा दिन घर में ही बैठ कर गुजार देती थीं और बोर होते रहती थीं जो इनके भी आगे बढ़ने का रास्ता खुल गया है।
अब वो जमाना गया जब मुस्लिम महिलाओं को घर मे कैद कर रखा पर्दे के अंदर रखा जाता था। अब तो इनका भी आगे बढ़ने का रास्ता साफ हो गया है। अब तक तो विकास के जितने भी मुहिम शुरू किए गए हैं सफल ही हुए हैं। अब बारी इस स्वावलंबी मुहिम की। इसमे कितनी मुस्लिम महिलाएं बाजी मारती हैं ये तो इम्तेहान और रिजल्ट होने के बाद ही पता चलेगा।
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