पानी की किल्लत
सोन नहर में पानी नहीं रहने के कारण जलविद्युत परियोजनाएं तो ठप हो ही गईं हैं किसानों में भी हाहाकार मच गया है। बक्सर के किसानों ने विकास यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री का ध्यान इस समस्या की ओर खींचा है।
उत्तर प्रदेश के रिहन्द डैम से बिहार के हिस्से का पानी सोन नहर में नहीं छोड़ा गया है। वाण सागर समझौते के तहत इन्द्रपुरी बराज में पानी नहीं मिलने से सोन नहर सूख गई है। इसके चलते जल विद्युत परियोजनाओं के जेनरेटर ठप हो गये हैं। पनबिजली प्लांट के अफसरों ने राज्य के जल संसाधन विभाग को स्थिति से अवगत करा दिया है।
सोन नहर में पानी नहीं रहने से कैमूर,रोहतास,भोजपुर, गया ,औरंगाबाद और पटना जिले के किसान बेचैन हैं। रोहिण नक्षत्र आ गया है और धान का बीया डालने की कौनो उम्मीद ही नहीं बन पा रही है। अगर रोहिणी में बीया नहीं पड़ा तो खेती पिछात हो जाएगी और इससे पैदावार भी कम हो होगी। विकास यात्रा के क्रम में जब मुख्यमंत्री कैमूर और बक्सर पहुंचे तो यहां के किसानों ने उनके सामने इस समस्या को प्रमुखता से उठायां
उततर प्रदेश, वाणसागर समझौते का बार-बार उल्लंघन करता है जिससे यह समस्या उत्पन्न हो जाती है। सरकार इसका अभी तक कोई स्थायी समाधान नहीं निकाल सकी है।
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