बाढ़ से बचने की तैयारी
पटना को बाढ़ की तबाही से बचाने के लिए सरकार ने अभी से ही पहल षुरू कर दी है। इसके लिए पटना के जिलाधिकारी ने जिले के सभी एसडीओ, सीओ और आपदा प्रबंधन के अधिकारियों के साथ एक बैठक की, जिसमें बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में पहले से ही चैकसी बरतने का निर्देष दिया गया।
लगता है कि इस बार बाढ़ को लेकर सरकार पहले से ही सतर्क हो जाना चाहती है। इसके लिए सरकार ने पहल भी शुरू कर दी है। बाढ़ के खतरे को ध्यान में रखते हुए पटना के जिलाधिकारी ने उपविकास आयुक्त, आपदा प्रबंधन के अधिकारी, जिला के सभी एसडीओ और सीओ के साथ एक बैठक की। बैठक में बाढ़ सुरक्षा प्रमंडल और सोन कमांड के सभी इंजीनियरों को उस क्षेत्र के एसडीओ के साथ मिलकर एक सप्ताह के भीतर तटबंधों का जायजा लेकर रिपोर्ट सौंपने को कहा गया । साथ ही तटबंधों की सुरक्षा की जिम्मेवारी उस क्षेत्र के थाना प्रभारी को दी गयी है।
इसके अलावा बाढ़ के समय वहां की आधारभूत संरचना मजबूत करने की तैयारियों को लेकर स्थानीय प्रषासन को आगाह किया गया है। बाढ़ के खतरे वाले जगहों पर बालू, सीमेंट का खाली बोरा और लोहे के जाल की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है। नावों की मरम्मत शुरू कर दी गई है। इस बार सरकारी और निजी सभी नावों पर लाल झंडे लगाये जायेंगे ताकि दूर से ही लोग इसको पहचान सकें। इसके अलावा खाने-पीने का सामान और दवाइयों की व्यवस्था भी पहले से ही करने का निर्देश दिया गया है।
बाढ़ के संभावित खतरे को ध्यान में रखते हुए सरकार ने पहल तो शुरू कर दी है, लेकिन यह पहल कितनी कारगर साबित हो पाती है, यह तो समय ही बतायेगा।
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