Sunday, June 7, 2009

बेटीयां नहीं होंगी शोषण का शीकार

जिन मासूम बच्चियों के मां बाप नहीं होते हैं उनलोगों को बहला फुसला कर बहकाने वाले बहुते लोग होते हैं। भूख और गरीबी की चक्की में पीसकर ये बच्चियां कोई गलत कदम न उठाएं इसके लिए आर्ट आॅफ लिविंग से जुड़ी समाज सेविका ने बहुत सराहनीय कदम उठायी है।
कुछ महिने पहले पश्चिम चम्पारण के गांधी नगर में आग लगी थी जिसमें कई लोग और घर जल कर मर गए थे। उस वक्त कई बच्चियां अनाथ हो गयीं। उस आग मे इनलोगों का सबकुछ जलकर राख हो गया। मां बाबुजी अपने लाडलियों के लिए वर भी ढूंढ चुके थे लेकिन अपनी लाडली के हाथ पीले नहीं कर सके। उन्हीं की शादी कराने के लिए आगे आई हैं समाज सेविका अपर्णा सिंह उर्फ छोटी बहूरानी। इनके साथ-साथ बगहा पुलिस जिले के कई लोग आगे आए हैं। इनमें व्यवसायी वर्ग के साथ-साथ नौकरी वाले लोग भी शामिल हैं।
सभी लोगों ने प्रण लिया है कि इसके पहले कि गरीब बेटियां भूख की आग में जलकर कोई गलत कदम उठाए या गलत हाथ में जाए उनके हाथों पर मेंहदी रचा दी जाएगी। इस अभियान की शुरूआत 8 जून को गांधी नगर के अग्नी पीड़ीतों की पांच बेटीयों की एक साथ शादी रचा कर की जाएगी। इसमें समाज सेविका की पहल पर जितनी भी लड़कियों की शादी 8 जून को होगी उन लोगों को देने के लिए दहेज का सारा सामान जुटा लिया गया है साथ ही आगे घर चलाने के लिए भी कुछ पैसों का इंतजाम भी कर लिया गया है।
इस समाज सेविका की ख्वाहीश सिर्फ इन्हीं पांच बच्चीयों की शादी कराना नहीं बल्कि इनकी ख्वाहीश वैसी सभी बच्चियों की शादी कराने की है जो बिल्कुल बेसहारा हैं। उसी के फिराक में छोटी बहुरानी एक कमिटी के गठन के प्रयास में भी लगी हुयी हैं।
अपर्णा उर्फ छोटी बहुरानी का ये कदम काबिले तारीफ है। अगर इन्हीं के तरह और लोग भी आगे आएं तो जितनी भी शर्मनाक घटनाएं होती हैं शायद उनपर रोक लग जाएगा।

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HIMMAT SE KAM LOGE TO ZMANA V SATH DEGA...HO GAYE KAMYAB TO BCHACHA-BCHCHA V NAM LEGA.....MAI EK BAHTE HWA KA JHOKA HU JO BITE PAL YAD DILAUNGA...HMESHA SE CHAHT HAI KI KUCHH NYA KAR GUZRNE KI...MAI DUNIA KI BHID ME KHONA NHI CHAHTA....