Thursday, June 11, 2009

मदद को बढ़े हाथ

गरीब बेटियां भूख की आग में जलकर कोई गलत कदम उठाएं

जिन मासूम बच्चियों के मां बाप नहीं होते हैं उनलोगों को बहला फुसला कर बहकाने वाले बहुते लोग होते हैं। भूख और गरीबी की चक्की में पीसकर ये बच्चियां कोई गलत कदम न उठाएं इसके लिए आर्ट आॅफ लिविंग से जुड़ी समाज सेविका अपर्णा ने बहुते सराहनीय कदम उठाया है।
कुछ महिने पहिले पश्चिम चम्पारण के गांधी नगर में आग लगी थी, जिसमें कई लोग जल कर मर गए थे। उस वक्त कई बच्चियां अनाथ हो गयीं। उस आग मे इनलोगों का सबकुछ जलकर राख हो गया। मां बाबुजी अपने लाडलियों के लिए वर भी ढूंढ चुके थे लेकिन अपनी लाडली के हाथ-पीले नहीं कर सके। उन्हीं की शादी कराने के लिए आगे आई हैं समाज सेविका अपर्णा सिंह उर्फ छोटी बहूरानी। इनके साथे-साथ बगहा जिले के लोग भी आगे आये। इनमें व्यवसायी वर्ग के साथे-साथ नौकरी वाले लोग भी शामिल हैं।
सभी लोगों ने प्रण लिया है कि इसके पहले कि गरीब बेटियां भूख की आग में जलकर कोई गलत कदम उठाएं या गलत हाथ में चली जाए उसके पहले ही हाथों पर मेंहदी रचा दी जाए। इस अभियान की शुरूआत आज गांधी नगर के अग्नि पीड़ितों की पांच बेटियों की एक साथ शादी रचा कर की जाएगी। इसमें समाज सेविका की पहल पर जितनी भी लड़कियों की शादी आज होगी उन लोगों को देने के लिए उपहार का सारा सामान जुटा लिया गया है साथे-साथ आगे घर चलाने के लिए भी कुछ पैसों का इंतजाम भी कर लिया गया है।
इस समाज सेविका की ख्वाहीश सिर्फ इन्ही पांच बच्चियों की शादी कराना नहीं बल्कि इनकी ख्वाहीश वैसी सभी बच्चियों की शादी कराने की है जो बिल्कुल बेसहारा हैं। उसी के फिराक में छोटी बहुरानी एक कमिटी के गठन के प्रयास में भी लगी हुयी हैं।
अपर्णा उर्फ छोटी बहुरानी का ये कदम काबिले तारीफ है। अगर इन्हीं के तरह और लोग भी आगे आएं तो जितनी भी शर्मनाक घटनाएं होती हैं शायद उन पर रोक लग जाएगी।

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HIMMAT SE KAM LOGE TO ZMANA V SATH DEGA...HO GAYE KAMYAB TO BCHACHA-BCHCHA V NAM LEGA.....MAI EK BAHTE HWA KA JHOKA HU JO BITE PAL YAD DILAUNGA...HMESHA SE CHAHT HAI KI KUCHH NYA KAR GUZRNE KI...MAI DUNIA KI BHID ME KHONA NHI CHAHTA....