12 वर्षों से नहीं है बिजली
कहते हैं जो गांव सुदूर इलाके में रहता है वहां पर अक्सर बिजली नहीं रहती है। क्योंकि सरकार की नजर उस गांव तक जल्दी नहीं पहुंच पाती है। फिर रघुनाथपुर तो साफ-सुथरा एक अच्छा बाजार है, तो इहां बिजली क्यों नहीं है? करीब 12 साल बीत गए लेकिन अभी तक इस गांव में बिजली नहीं आई है।
गांव में लगे इन बिजली के खम्भों को देखकर एक बार आप जरूर सोचते होंगे कि इहां बिजली की आपूर्ति अच्छी होगी,लेकिन ये सोचना आपका गलत है। इस गांव में बिजली 12 साल पहले दुल्हन की तरह आई थी लेकिन एक बार रूठकर गई तो चली ही गई। जी हां ये हाल है रघुनाथपुर का। इहां पर हर तरह की सुविधा मौजूद है। इहां तक कि इंटरनेट की भी सुविधा है, लेकिन नहीं है तो सिर्फ बिजली। इसके लिए स्थानीय लोगों ने प्रशासन के बड़े-बड़े अधिकारियों तक के चक्कर लगाए हैं लेकिन सिर्फ आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला।
बिजली के मामले में रघुनाथपुर खुशकिस्मत भी रहा है और बदकिस्मत भी। क्योंकि 80 के दशक में जब रघुनाथपुर ब्लाॅक में बिजली पहुंची थी तो उस वक्त बिहार के कई ब्लाॅक अंधेरे में था। उसके बाद चोरों ने बिजली के केबुल काटकर ले गए। 1998 के संसदीय चुनाव के बाद आज तक बिजली के दर्शन नहीं हुए हैं। ऐसे में इहां के लोगों के लिए एकमात्र सहारा है जेनरेटर। लकिन ये भी सबके बस की बात कहां है जो लोग गरीब हैं उनके लिए हर रोज जनरेटर का सहारा लेना आसान काम नहीं है।
आई भी तो क्या आई जब जाने को तैयार आई कुछ इसी तरह की बात कर रहे हैं आज रघुनाथपुर के लोग। आखिर समय भी तो बहुत ज्यादा बीत गया। फिर भी इहां के लोगों को इ नहीं मालूम है कि कब आएगी बिजली।
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