थम नहीं रहे आंसू
अब बात चर्चित सत्येंद्र हत्याकांड की। 23 मई से अब तक सत्येंद्र अपहरण कांड में पुलिस कुछ भी साफ नहीं कर पाई है। पुलिस ने सत्येंद्र के लाष की खोज गंगा में करवाई पर वहां भी उसे सफलता नहीं मिल पायी। इन सब के बीच उनके परिवार वालों का रो-रो कर बुरा हाल है अपहरण कांड़ की गुत्थी हर रोज उलझती ही जा रही है।
सत्येन्द्र सिंह के घर में परिवारवालों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे। रह-रह कर उनकी पत्नी लक्ष्मी सिंह अपनी बेटी से लिपट कर रोने लगती है। मां के साथ बेटी की आंखों भी छलक जाती है पर फिर मां को दिलासा दिलाती हैं कि मत रोओ मां पापा लौट आयेंगे। लक्ष्मी सिंह भी कहती है मेरा सुहाग सही सलामत है।
घर की हर सुबह इसी आष में होती है कि सत्येंद्र आज लौट आयेंगे। एक पखवाड़ा बीतने को है पर अब तक पुलिस कुछ भी साफ नहीं कर पाई है। हर दिन गुत्थी और उलझ ही रही है। पुलिस के इस रवैये ने घर वालों को और परेषान कर रखा है। बेटी कहती है कि पुलिस पता नहीं कैसे उनके मारे जाने की बात कह रही है जबकि मिले खून की फाॅरेंसिक जांच में इसकी पुष्टि नहीं हुई है। पिता की खोज के लिए सत्येंद्र सिंह का बेटा इंगलैड़ से जल्द आने वाला है।
बहरहाल सत्येंद्र सिंह के घरवालों की रात आंखों मे कट रही है उन्हें भरोसा है कि पुलिस देर से ही सही उन्हें जरूर खोज निकालेगी।
No comments:
Post a Comment