लोजपा जमीन तलाष करने में जुट गई है
राजनीति के मानचित्र से गायब हो चुकी लोक जनषक्ति पार्टी अब फिर से अपनी जमीन तलाष करने में जुट गई है। नीतीष कुमार के सफल अति पिछड़ा कार्ड को अब वो भी आजमाना चाहती है। पार्टी ने इसके लिये बजाप्ते 104 अति पिछड़ी जातियों को चिन्हित भी किया है
लोजपा की गिरती साख को बचाने के लिए पार्टी ने अति पिछड़ा कार्ड खेलने का मन बना लिया है। ये वहीं कार्ड है जिसकी बदौलत नीतीष कुमार ने बिहार की जनता का दिल जीत लिया था। अब लोजपा भी उसी राह पर है।
पार्टी ने अब तक 104 अति पिछड़े जातियों को चिन्हित किया है जिनकी स्थिति वो दलितों जैसी मान रही है। जिनके लिए पार्टी जल्द ही न्यायिक सेवाओं और अन्य सरकारी नौकरियों में आरक्षण की खातिर आंदोलन छेड़ेगी।
अपनी पार्टी में नई जान फूकने की कवायद में जुटी लोजपा जल्द ही दलित सेना का एक सम्मेलन भी करेगी। दरअसल पार्टी को ये लगने लगा है कि आम चुनाव में दलितों ने उन्हे दरकिनार कर दिया है। जो उन्हे काफी महंगा पड़ा है। लोजपा अपनी पूरी ताकत लगा कर फिर से अपनी डूबती राजनीतिक नैया को उबारना चाहती है। इसके लिये वो कोई भी मौका हाथ से जाने नहीं देना चाहती है। अब देखना ये है कि नीतीष का चलाया ये कार्ड उनके विरोधियों के कितने काम आता है।
No comments:
Post a Comment