कोसी का कहर
कोसी के किनारे बसे लोग अपनी सुरक्षा के लिए कोसी की गुहार करने में लगे हैं। सरकार और सरकारी तंत्र से इनका भरोसा एकदमे उठ चुका है। अब इनका भरोसा कोसी मइया पर ही टिका है। झुंड की झुंड महिलाएं चल पड़ी हैं कोसी को मनाने। इन्हें विश्वास है कि इनकी पूजा और भक्ति से कोसी का दिल पसीज जाएगा और वो खुश हो जाएंगी। फिर इहां के लोगों को इनका कहर नहीं झेलना पड़ेगा। कोसी के आंचल में बसने वाले इसके कहर को बखूबी जानते हैं। इन्हें मालूम है कि कोसी को जरा सा क्रोध नहीं आया कि ये हंसती खिलखिलाती जिंदगी पल में तबाह हो जाएगी। हजारों परिवार कोसी की धारा में विलीन हो जाएगा। सरकार न तो पहले ही कुछ की है और न ही आगे कुछ करेगी। कोसी की ई पूजा-अर्चना भक्ति और आस्था का प्रतीक तो हइये है, साथ ही ई प्रतीक है कोसी के किनारे में बसे हजारों लोगों के जीवन के प्रति आशा का। इन्हें विश्वास है कि अपनी भक्ति से ई विनाश की देवी को भी खुश कर लेंगी।
कोसी के किनारे बसे लोग अपनी सुरक्षा के लिए कोसी की गुहार करने में लगे हैं। सरकार और सरकारी तंत्र से इनका भरोसा एकदमे उठ चुका है। अब इनका भरोसा कोसी मइया पर ही टिका है। झुंड की झुंड महिलाएं चल पड़ी हैं कोसी को मनाने। इन्हें विश्वास है कि इनकी पूजा और भक्ति से कोसी का दिल पसीज जाएगा और वो खुश हो जाएंगी। फिर इहां के लोगों को इनका कहर नहीं झेलना पड़ेगा। कोसी के आंचल में बसने वाले इसके कहर को बखूबी जानते हैं। इन्हें मालूम है कि कोसी को जरा सा क्रोध नहीं आया कि ये हंसती खिलखिलाती जिंदगी पल में तबाह हो जाएगी। हजारों परिवार कोसी की धारा में विलीन हो जाएगा। सरकार न तो पहले ही कुछ की है और न ही आगे कुछ करेगी। कोसी की ई पूजा-अर्चना भक्ति और आस्था का प्रतीक तो हइये है, साथ ही ई प्रतीक है कोसी के किनारे में बसे हजारों लोगों के जीवन के प्रति आशा का। इन्हें विश्वास है कि अपनी भक्ति से ई विनाश की देवी को भी खुश कर लेंगी।
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