
रेल पर ममता
सदन में रेल बजट के बाद ममता ने अपनी बातें बड़ा ही रोचक अंदाज में रखा। यही नहीं इसी में उन्होनंे सब बात कह भी दिया। जहां रेलवे को गांव-गांव तक पहुंचाने की चाहत रखती हैं। उहें 14 लाख कर्मचारियों को पेमेंट देने के बादो 8,361 करोड़ का फायदा भी नजर आता है।
रेलवे हमेशा से मुनाफा में रहने वाली संस्था है। वैसे में सबके समय में कुछ न कुछ हुआ है। रही बात काम होने की तो काम होने में टाईम तो लगेगा। बस की तरह रेल को भी डबल डेकर एक साल के भीतर कर दिया जाएगा। जो बजट में कमीटमेंट किया था उसे पूरा जरूरे करूंगी। साथ हीं साथ टेªन में जनता के लिए जनता खाना चालू करने का भी फैसला लिया गया है। इसके अलावे राजधानी और शताब्दी जैसी टेªनों के खानों की आउटसोर्सिंग बंद करने की बात कही।
जो खाली पड़े जगह होते हैं, उसके लिए वैकंेट लैण्ड का बैंक बनाकर इंडस्ट्री बन सकती है। अपने कर्मचारियों को बहुत पसंद करने वाली ममता ने गाड़ियों के लेट होने के लिए अनेको प्रोब्लम को गिनाया। उन्होंने यही कहा कि अस्पताल के साथ-साथ मेडिकल काॅलेज बनवायी जाएगी और इसमें 50 प्रतिशत कर्मचारियों के बच्चों के लिए तो 50 प्रतिशत बाहरी के लिए होंगे। यही नियम आर.आर.बी. एक्जाम मामले में भी लोकल को 50 प्रतिशत तो 50 प्रतिशत में अदर होंगे।
अर्निंग भी होता है खर्चा भी होता है। खर्चा दिखाने के बादो 8,361 करोड़ सरप्लस रह जाता है। ममता ने ये भी कहा कि लालू जी हम आपके खिलाफ नहीं बोल रहे हैं। बल्कि फैक्चुअल फिगर बता रहे हैं।
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