कोसी नहर का टूटा सुलीस गेट
मधुबनी में बलिया के पास पश्चिमी कोसी नहर में हाल में ही बना सुलीस गेट टूट गया। नहर में पानी बढ़ने के बाद बांध पर बने दबाव को यह सुलीस गेट झेल नहीं पाया और टूट गया। इसमें जमा पानी बह गया और यहां के किसान भी खेतों की सिंचाई के लिए अब आसमान की ओर निहारने लगे हैं।
रामखेलावन को उम्मीद थी कि इस साल उसकी फसल मार नहीं खाएगी। चाहे कितना भी सूखा क्यों न पड़े, उसके खेतों में अच्छी फसल होगी। सिर्फ रामखेलावन ही नहीं, मधुबनी के बलिया गांव के सैकड़ों किसान खुश थे। नहर में सुलीस गेट लगने के बाद ज्यों-ज्यों नहर में पानी जमा होता गया, इन लोगों की आशा भी बढ़ती जा रही थी। लेकिन सुलीस गेट टूट गया। नहर में भरा पानी बह गया और इसके साथ ही बह गये यहां के किसानों की उम्मीदें।
एक महीना पहले ही मुख्यमंत्री ने इस सुलीस गेट का उद्घाटन किया था। लेकिन नहर में बढ़ते हुए पानी का दबाव यह झेल नहीं पाया और सुलीस गेट के चारों फाटक टूट गया। अब पश्चिमी कोसी नहर के अधिकारी ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कर रहे हैं।
सरकारी उपेक्षा और लापरवाही के चलते वर्षों पहले शुरू हुई पश्चिमी कोसी नहर परियोजना अभी तक अधूरी है। और इसका खामियाजा यहां के किसानों को भुगतना पर रहा है। जो लगातार बाढ़ और सुखार दोनो का कहर झेलने के लिए मजबूर हैं।
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