फैल जाता है दहशत
एक नहीं, दू नहीं, तीन नहीं चलती है पूरी पांच गोलियां। धांय-धांय की आवाज से पूरा एरिया दहल उठता है। दिनदहाड़े हुई गोलीबारी से मच जाती है खलबली, पसर जाता है सन्नाटा। अचानक चली गोलीबारी से पब्लिक के बीच फैल जाता है दहशत। कोई कुछो समझ पाता तब तक हथियारबंद दस्ते हो जाते हैं फरार। गोलीबारी शांत होते ही घटनास्थल पर लोगों की भीड़ लग जाती है। घटनास्थल का नजारा देख लोगों का दिल दहल उठा। चारों और खून ही खून और पड़ी हुई थी एक लाश। जल्द ही लाश की पहचान भी हो गई। लाश इलाके के ही रसूखदार नीरज सिंह की थी। जी हां, दो बाइक पर सवार होकर आए अपराधियों ने नीरज सिंह को गोलियों से भून डाला था। दरअसल नीरज सिंह अपने बेटे को स्कूल छोड़ने गए हुए थे। अपने बेटे को स्कूल पहुंचाकर जब ऊ वापस लौट रहे थे तब घात लगाए अपराधियों ने उन्हें अपने टारगेट पर ले रखा था। मौका मिलते ही अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर नीरज सिंह को कर दिया ढेर। मृतक के परिजनों की माने तो नीरज की किसी से कोई रंजिश नहीं थी।
नीरज के मर्डर की खबर मिलते ही घरवालों पर गमों का पहाड़ टूट पड़ा। आखिर दुखों का पहाड़ टूटे भी क्यों न। घर का जवान लड़का जो मारा गया था। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हुआ जा रहा है। नीरज के फादर को तो इतना गहरा सदमा लगा है बोलने की हालत में भी नहीं हैं।
पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस हत्यारों का पता लगाने के लिए हर एंगल से मामले की जांच कर रही है। नीरज प्रोपर्टी के धंधे से जुड़ा हुआ था। इसलिए पुलिस नीरज के प्रोफाइल को भी खंगाल रही है ताकि मर्डर के मोटिव का पता चल सके। पुलिस जांच में जुटी थी तभी उसे खबर मिलती है कि इस हत्याकांड से जुड़े़ कुछ लोग एक घर में ठहरे हुए हैं। जांच टीम के सदस्यों ने आनन-फानन में ऊ घर को घेर लिया। तलाशी के दौरान एक संदिग्ध पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पुलिस उसे गिरफ्तार कर थाने ले आई है और पूछताछ कर रही है।
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