रेखा हुई 55 की
आॅखो से बोलने की अदाकारी , वो दिलकष आवाज और कभी ने ढलने वाली खूबसूरती । जी हाॅ हम बात कर रहे है जोहराबाई जी हाॅ नही समक्षे अरे , अपनी भानूरेखा गणेषन अरे लग रहा है आप अभी भी नही समक्षे । चलिए हम बता देते हंै अरे बालीबुड की मषहूर अभिनेत्री अपनी रेखा की रेखा का जन्म 10 अक्टुबर 1954 को तमिलनाड के मद्रास में हुआ था अभिनय कला उनकी विरासत में ही मिली थी । उनके पिता जैमिनी गणेषन तमिल फिल्म के अभिनेता थे और उनकी माॅ पुष्पलल्भी तेलगू फिल्म की अभिनेत्री थी । अपने 40 साल के फिल्मी कैरियर में रेखा ने लगभग 180 से ज्यादा फिल्मों में काम किया । रेखा ने 1966 से कंैरियर की ष्षुरूआत एक तेलगू फिल्म में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट से की थी । हिन्दी फिल्मेा में लीड रोल में उनकी फिल्म का श्रेय 1970 बनी फिल्म सावन भादेा को दिया जाता है इसके बाद उन्होने कभी पीछे मुड कर नही देखा । उनकी मषहूर फिल्मो में उमराव जान , दो अंजाने , खूबसूरत , सिलसिला , बसेरा , खून भरी माग , उत्सव जुबैदा और कामसुत्र है इन फिल्मो में रेखा की बेहतरीन अदाकारी क्षलक देखी जा सकती है । रेखा को उनकंी ष्षानदार लाइफस्टाइल और फैषन के अंदाज के लिए भी जाना जाता है 1982 में राष्ट्रीय पुरस्कार समेत रेखा को तीन बार फिल्म फेयर और 2003 में फिल्मफेयर लाइफटाइम एचीवमेट अवार्ड संे नवाजा गया । आज भी यह अपने समय सेक्सी यह अदाकारा के चाहनेा वालो की कमी नही है यही कारण है की आज भी रेखा बाॅलीबुड में सक्रिय भूमिका निभा रही है ।
हिट फिल्मों का नाम ........
रामपुर का लझमण
गांेरा और काला
सौतन
एक ही रास्ता
ग्ंागा की सौगध
कर्मयोगी
दो मुसाफिर
सुहाग
दो षिकारी
मिस्टर नटवरलाल
जानी दुष्मन
आॅचल
सिलसिला
जान हथेली पंे
बीबी हो तो ऐसी
रेखा को मिले अवार्ड
1981 फिल्म फेयर बेस्ट अभिनेत्री खूबसूरत
1982 नेषनल फिल्म एवार्ड फार बेस्ट अभिेनंेत्री फिल्म उमराव जान
1989 फिल्म फेयर बेस्ट अभिनेत्री एवार्ड फिल्म खून भरी मांग
1997 फिल्म फेयर बेस्ट सर्पोंटिग अभिनंेत्री अवार्ड फिल्म खिलाडियंेा का खिलाडी
2003 फिल्म फेयर लाइफटाइम एचीवमंेट येवार्द
आॅखो से बोलने की अदाकारी , वो दिलकष आवाज और कभी ने ढलने वाली खूबसूरती । जी हाॅ हम बात कर रहे है जोहराबाई जी हाॅ नही समक्षे अरे , अपनी भानूरेखा गणेषन अरे लग रहा है आप अभी भी नही समक्षे । चलिए हम बता देते हंै अरे बालीबुड की मषहूर अभिनेत्री अपनी रेखा की रेखा का जन्म 10 अक्टुबर 1954 को तमिलनाड के मद्रास में हुआ था अभिनय कला उनकी विरासत में ही मिली थी । उनके पिता जैमिनी गणेषन तमिल फिल्म के अभिनेता थे और उनकी माॅ पुष्पलल्भी तेलगू फिल्म की अभिनेत्री थी । अपने 40 साल के फिल्मी कैरियर में रेखा ने लगभग 180 से ज्यादा फिल्मों में काम किया । रेखा ने 1966 से कंैरियर की ष्षुरूआत एक तेलगू फिल्म में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट से की थी । हिन्दी फिल्मेा में लीड रोल में उनकी फिल्म का श्रेय 1970 बनी फिल्म सावन भादेा को दिया जाता है इसके बाद उन्होने कभी पीछे मुड कर नही देखा । उनकी मषहूर फिल्मो में उमराव जान , दो अंजाने , खूबसूरत , सिलसिला , बसेरा , खून भरी माग , उत्सव जुबैदा और कामसुत्र है इन फिल्मो में रेखा की बेहतरीन अदाकारी क्षलक देखी जा सकती है । रेखा को उनकंी ष्षानदार लाइफस्टाइल और फैषन के अंदाज के लिए भी जाना जाता है 1982 में राष्ट्रीय पुरस्कार समेत रेखा को तीन बार फिल्म फेयर और 2003 में फिल्मफेयर लाइफटाइम एचीवमेट अवार्ड संे नवाजा गया । आज भी यह अपने समय सेक्सी यह अदाकारा के चाहनेा वालो की कमी नही है यही कारण है की आज भी रेखा बाॅलीबुड में सक्रिय भूमिका निभा रही है ।
हिट फिल्मों का नाम ........
रामपुर का लझमण
गांेरा और काला
सौतन
एक ही रास्ता
ग्ंागा की सौगध
कर्मयोगी
दो मुसाफिर
सुहाग
दो षिकारी
मिस्टर नटवरलाल
जानी दुष्मन
आॅचल
सिलसिला
जान हथेली पंे
बीबी हो तो ऐसी
रेखा को मिले अवार्ड
1981 फिल्म फेयर बेस्ट अभिनेत्री खूबसूरत
1982 नेषनल फिल्म एवार्ड फार बेस्ट अभिेनंेत्री फिल्म उमराव जान
1989 फिल्म फेयर बेस्ट अभिनेत्री एवार्ड फिल्म खून भरी मांग
1997 फिल्म फेयर बेस्ट सर्पोंटिग अभिनंेत्री अवार्ड फिल्म खिलाडियंेा का खिलाडी
2003 फिल्म फेयर लाइफटाइम एचीवमंेट येवार्द
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