राजेंद्र कॉलेज नीलाम करने की धमकी
छपरा के ऐतिहासिक राजेंद्र कॉलेज जो 20 बीघा ,12 कट्टा और 11 धूर में फैला है । इस कॉलेज को 1939 में छपरा नगर परिषद ने बिल्डिंग लीज़ पर दी थी।वो भी 20 वर्षों के लिए 800 ऱुपए सालाना पर।15 दिसम्बर 1953 में इस लीज़ का फिर से 21 वर्षों के लिए रिन्यूवल किया गया।निगम के अनुसार 1974 में इसका पुनः रिन्यूवल करना था।कॉलेज प्रबंधन ने इसकी ज़रूरत नहीं समझी और न किराया ही दिया।नतीजतन निगम का 15 लाख 30 हज़ार रुपया बकाया है।अब हालत ये है कि निगम ने कॉलेज को नीलाम करने की धमकी दे डाली है।इस सिचुएशन में कॉलेज में पढ़ाई पर ग्रहण लग गया है।
1988 में तत्कालीन प्रिंसिपल और नगर परिषद के बीच एक समझौता बुआ।यह तय किया गया कि 84 हज़ार के सालाना दर पर लीज़ को रीन्यू किया जाए।लेकिन फिर 1991 में कॉलेज प्रबंधन केवल 10 हज़ार दे कर मौन साध गया।और अब नीलामी की धमकी सामने आने के बाद कॉलेज प्रबंधन मामले को लेकर राज्य सरकार के पास गुहार लगा रहा है
अब जब स्थिती इतनी गंभीर हो गई तब जाकर विधान परिषद में यह मामला गर्माया है।इसका निवारण जैसे भी और जब भी हो लेकिन फिलहाल इस टकराहट में नुकसान तो केवल छात्रों का ही हो रहा है।देखने वाली बात होगी कि इनकी प्रोब्लम के मद्देनज़र प्रशासन इस विवाद को कितनी तेज़ी से सॉल्व करता है।
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