एक
बार प्रेम की जीत हुई जब पति ने पत्नी को प्रेमी के हवाले कर दिया और विवाहिता ने पति का दामन छोड़ प्रेमी के साथ ससुराल की दहलीज को पार कर दी /
पति रामा मुखिया ने अपनी पत्नी मंजुला को प्रेमी के साथ जाने में कोई भी जना नुकुर नहीं किया और पंचायत के सरपंच को लिखित दिया की उसकी पत्नी मंजुला जिसके साथ जाना चाहे जा सकती है उसे कोई आपत्ति नहीं है /
मंजुला एक बच्चे की माँ भी
है/ दोनों प्रेमी प्रेमिका ने गाँव
के मंदिर में सैकड़ों ग्रामीणों
के बिच एक दुसरे को माला पहनाकर फिर से शादी कर ली / यह दिलचस्प मामला है झंझारपुर थाना बैरमा गाँव की ,मंजुला देवी का अपने मैके के युवक लल्कू यादव से वर्षों
से प्रेम चल रहा था /पांच वर्ष पूर्व दोनों की आँखे चार हुई लेकिन दो वर्ष पूर्व मंजुला के
परिवार वालों ने काफी धूम धाम
से मंजुला कुमारी की शादी रामा मुखिया से कर दिया ,शादी के बाद मंजुला अपने पति के साथ ससुराल आ गयी और पति के साथ रहने लगी इस बीच उसे एक बच्चा भी हुआ ,लेकिन उसका दिल अपने नैहर के युवक लालकु यादव पर ही लगा रहा /इस बिच प्रेमी
युगल के बीच लुका छिपी मेल मिलाप चलता रहा /पति
रमा मुखिया को अपनी पत्नी की
बेवाफाई राश नहीं आ रहा था और
पति ने अनोखा फैसला लिया /अपनी पत्नी के
लव मिस्ट्री की कहानी को पंचायत
के सरपंच के पास रखा और लिखित
रूप अपनी पत्नी को प्रेमी के
हवाले करने की गुहार
सरपंच से लगाई /सरपंच
की माने दोनों पति - पत्नी
के लिखित आवेदन पर मंजुला को
उसके प्रेमी के हावाले कर गाँव के
मंदिर में शादी करा कर उसे
प्रेमी के साथ जाने दिया गया
/कहा गया
है प्रेम अंधा होता है जिसे
सच कर दिखाया मंजुला और लल्कू
यादव ने /मंजुला की
शादी के दो वर्ष के बाद
लालकु ने अपनी प्रेमिका को
पा लिया /प्रेमिका
अपनी एक वर्ष के बच्चे के साथ
ससुराल से अपने मैके प्रेमी
के घर चली गयी
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