यूँ तो मधुबनी जिला की पहचान खाद्यान्न और बागवानी खेती के लिए जाना जाता है लेकिन कुछ प्रगितिशील किसानों ने परम्परागत खेती को छोड़ अब फूलों की खेती शुरू कर की है /फूलों की बगिया भी ऐसी की जी रहा ना जाए /फूलों की बगिया में जहां एक ओर परम्परागत फूलों गेंदा
गेंदा ,गुलदाउदी , दहलिया ,जैसे
की भरमार है वहीँ बगीचा में विलक्षण नील कमल का पौधा भी मौजूद हैं /जहां
एक और परम्परागत खेती के मुकाबले फूलों की खेती से काफी अच्छी आमदनी भी हो रही है /जहां गेंदा गुलाब गुल्दाऔदि ,दहेलिया के पौधों और फूलों की बिक्री
से सामान्य आमदनी होती
है वहीँ नीलकमल जैसे दुर्लभ पौधों की बिक्री से अच्छी खासी
आमदनी होती है /फूलों की खेती से अच्छी आमदनी को देखकर मंगरौनी गाँव के दुसरे
किसान और युवक भी ल्फुलों
की खेती करना
शुरू कर दिया है /अब मधुबनी से सटे
मंगरौनी गाँव में फूलों की खेती की और किसान आकर्षित होने लगे
हैं /
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