नषे के खिलाफ कारवां [ 22 राज्यों से अमन का संदेष लेकर गुजर चुके अमनदीप ]लोगों में जागरूकता लाने के लिए हौसले बुलंद और मजबूत इरादे की जरूरत होती है जाो सारी मुष्किलों को आसान कर देती है । इसका जीता जागता उदाहरण है बंगलुरू का अमनदीप जो नषे के खिलाफ जागरूकता का कारवां लेकर पटना पहुंच गया है ।
आज की युवा पीढ़ी नषे के लत के कारण अपना जीवन बर्बाद कर रही है । गुटखा, सिगरेट, खैनी और पान के सेवन से लोगों में कैंसर और अन्य घातक बीमारियां तेजी से बढ़ रही है। इन चीजों का सेवन नहीे करने से ही इन बीमारियों पर काबू पाया जा सकता है । नषे के खिलाफ इसी जागरूकता को फैलाने के उद्वेष्य से साइकिल पर सवार अमनदीप ने यह यात्रा षरू की है। अब तक 22 राज्यों से अमन का संदेष लेकर गुजर चुके अमनदीप अब पटना पहुंच चुके है ।
पेषे से षिक्षक अमनदीप बंगलुरू के गरुनानक मिषन बालक उच्च विद्यालय में गुरुमुखी के षिक्षक है । षिक्षा बांटना ही इनके जीवन का मकसद रहा है। इसी मकसद को पूरा करने के लिए इन्होंने यह बीरा उठाया और देषभर में लोगों को नषे के खिलाफ जागरूक करने की मुहिम झेड़ दी।
दृढ़ इच्छाषक्ति से मनुष्य कुछ श्ी कर सकता है। अब देखना यह है कि जागरूकता की यह मुहिम अपने उद्वेष्य में कितना सफल हो पाती है।
आज की युवा पीढ़ी नषे के लत के कारण अपना जीवन बर्बाद कर रही है । गुटखा, सिगरेट, खैनी और पान के सेवन से लोगों में कैंसर और अन्य घातक बीमारियां तेजी से बढ़ रही है। इन चीजों का सेवन नहीे करने से ही इन बीमारियों पर काबू पाया जा सकता है । नषे के खिलाफ इसी जागरूकता को फैलाने के उद्वेष्य से साइकिल पर सवार अमनदीप ने यह यात्रा षरू की है। अब तक 22 राज्यों से अमन का संदेष लेकर गुजर चुके अमनदीप अब पटना पहुंच चुके है ।
पेषे से षिक्षक अमनदीप बंगलुरू के गरुनानक मिषन बालक उच्च विद्यालय में गुरुमुखी के षिक्षक है । षिक्षा बांटना ही इनके जीवन का मकसद रहा है। इसी मकसद को पूरा करने के लिए इन्होंने यह बीरा उठाया और देषभर में लोगों को नषे के खिलाफ जागरूक करने की मुहिम झेड़ दी।
दृढ़ इच्छाषक्ति से मनुष्य कुछ श्ी कर सकता है। अब देखना यह है कि जागरूकता की यह मुहिम अपने उद्वेष्य में कितना सफल हो पाती है।
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